by Anoop Andrew Luke | Oct 4, 2023 | M All Hymns, M Methodist
मैं पहुंचा हूं एक सर ज़मीन मैं पहुंचा हूं एक सर ज़मीनजो है पाकीजा और हसीन, जां दिन का नूर है नित मौजूद; तारीकी रात की है नाबूद ऐ बिउल्लाह देश, खुश बिउल्लाह देश, तसल्ली तुझ में है हमेशा, मैं देखता हूं समुन्दर पार; वह महल अपना झलकदार; क्या खूब, क्या खूब हैं तेरे दर, ऐ...
by Anoop Andrew Luke | Jan 28, 2023 | M All Hymns, M Methodist
मैं देखता हूँ एक चश्में को मैं देखता हूं एक चश्मे को वह कौन से है मामूर हमारा शाफ़ी है कुर्बान वह बर्रा बे क़सूर मसीह के ख़ून से माफ़ी है साफ़ उसमें हुआ काफ़ी है अलहम्द मसीह वह शाफ़ी है उसी के ख़ून से माफ़ी है मसीह के नूर में चलता हूं रिफ़ाक़त क्या शीरीनलिबास सफेद है...
by Anoop Andrew Luke | Jul 6, 2021 | M All Hymns, M Methodist
मैं प्रेम हूँ प्रेम बनाता हूँ मैं प्रेम हूँ प्रेम बनाता हूँसुन प्रेम का राग सुनाता हूँ इस जग के नहीं जिस में तुम होइस में दुःख है दुःख पाता हूँ सब दुश्मन को तुम प्यार करोमैं प्रेम से कष्ट उठाता हूँ मैं प्रेम की खुशबू से खुश हूँऔर प्रेम का बाग लगता हूँ मायूस न हो...
by Anoop Andrew Luke | Jul 6, 2021 | M All Hymns, M Methodist
मैं आता हूँ बाग़ में तनहा मैं आता हूँ बाग़ में तनहाजब फूल है सब शबनम से भारीतब इब्न-ए-ख़ुदा की आती सदाफिर उसकी सूरत प्यारी मेरे चलता साथ मुझ से करता बातमैं हूँ उसका अपना महबूबउसके पाक़ हुज़ूर में है वह सुरूरजो दिल को बे-हद्द मरग़ूब आवाज़ उसकी ऐसी शीरीनकि चिड़ियां भूल...
by Anoop Andrew Luke | Jul 6, 2021 | M All Hymns, M Methodist
मैं आगे बढ़ता रोज़ ब रोज़ मैं आगे बढ़ता रोज़ ब रोज़, और ऊपर देखता राह हनोज़देख आगे ऊपर है निशान, जिससे मिलाऊं अपनी जान कि पहुंचू मैं तेरे नज़दीक, हो तेरा रूह मेरा रफ़ीक़बीच अपनी ऊंची पाक़ शाह राह, मुझ को मसीह हमेशा चला ऐ दिल न ठहर तू इसी जा, शुभा की वादी छोड़ बढ़ाजो...
by Anoop Andrew Luke | Jul 6, 2021 | M All Hymns, M Bedari, M Methodist
मेरे बाद मिलकर दुआ करते रहना मेरे बाद मिलकर दुआ करते रहनातिलावत कलामे ख़ुदा करते रहना कलामे ख़ुदा ज़िन्दगी है तुम्हारीहमेशा पढ़ो तो सना करते रहना जहां चार मिल कर के बैठो अज़ीज़ोमेरी याद शाम-ओ-सुबह करते रहना न घबराना हरग़िज़ पड़े कोई मुश्किलमेरे नाम से इल्तिजा करते...