Ilahi ruh sun ye fariyad 150

इलाही रूह सुन यह फरयाद इलाही रूह सुन यह फरयादअब यहाँ नाज़िल होक़ुदरत अजिब अभी दिखाऐ रूह अब नाज़िल हो हम सब पर हो तु जलवागरहो ख़ुदी अब क़ुर्बानआग से दिल पाक़ कर और दिल मेंहो मुन्जी और मेज़बान मुहब्बत में हाथ अब फ़ैलारख साया में हर आनकलिसिया ही से दुनियां कोबना तू अब...

Ishwar hi ki shanti 287A

ईश्वर ही की शांति ईश्वर ही की शांति नदबी ही सी है बढ़ती आगे बढ़ती जयवंत होती है पूरी है पर तौभी बढ़ती जाती है लंबी चौड़ी गहरी होती जाती है ईश्वर की समीपी देती है आराम भक्तिमान के दिल को पूरी है विश्राम उसका हाथ सामर्थी है अद्भुत अवस्थान शत्रुओं के बैर से उत्तम...

Imaan ummed mohabbat 283

ईमान उम्मेद मुहब्बत ईमान, उम्मेद, मुहब्बत,यह तीन तो हैं मौजूद,पर उन में से मुहब्बत,है बड़ी और माहूदवह ऐब नहीं लगाती;न होती बदगुमान;गमगीन को खुश करती,हमेशा है मिहरबान । मुहब्बत डाह न करती,न होती शेखीबाज;वह दूसरे से न लड़ती,पर करती सरफराज ;नारास्ती से खुश नहीं,पर रास्ती...

Ishwar ne jagat se aisa pyar kiya 534

ईश्वर ने जगत से ऐसा प्यार किया ईश्वर ने जगत से ऐसा प्यार किया कि उसने अपना एकलौता पुत्र दिया ईश्वर ने जगत से ऐसा प्यार किया जो कोई उस पर विश्वास लावे नाश न हो परंतु अनंत जीवन पावे Ishwar ne jagat se aisa pyaar kiya Ishwar ne jagat se aisa pyaar kiya ki usane apana...

Itminan Khuda ka misle dariya hai 287

इतमीनान ख़ुदा का इतमीनान ख़ुदा का मिस्ल इ दरया हैबढ़ता आगे बढ़ता फ़तह पाता हैक़ामिल है पर तौभी बढ़ता जाता हैलम्बा चौड़ा गहरा होता जाता है कुरबत इ यहोवा बख़्शती है आरामईमानदार के दिल कोक़ामिल ओ तमाम उसका दस्त मुबारक है अजीब पनाहदुश्मन के फ़रेब से उम्दा आरामगाहफ़िकर और...