ईमान उम्मेद मुहब्बत

ईमान, उम्मेद, मुहब्बत,
यह तीन तो हैं मौजूद,
पर उन में से मुहब्बत,
है बड़ी और माहूद
वह ऐब नहीं लगाती;
न होती बदगुमान;
गमगीन को खुश करती,
हमेशा है मिहरबान ।

मुहब्बत डाह न करती,
न होती शेखीबाज;
वह दूसरे से न लड़ती,
पर करती सरफराज ;
नारास्ती से खुश नहीं,
पर रास्ती से शादमान;
बे सबर कभी नहीं;
पर साबिर है हर आन ।

मुहब्बत, पाक मुकद्दस,
तू मेरे दिल में आ,
कि रास्ती से मुलब्बस,
मैं जल्द हो जाऊंगा,
ईमान, उम्मेद, मुहब्बत,
यह तीन तो हैं मंजूर;
पर तीनों में मुहब्बत
जियादा है ज़रूर।

Imaan Ummed Mohabbat

Imaan, ummed, mohabbat,
yah teen to hain maujood,
par un mein se mohabbat,
hai badee aur maahood
vah aib nahin lagaatee;
na hotee badagumaan;
gamageen ko khush karatee,
hamesha hai miharabaan .

mohabbat daah na karatee,
na hotee shekheebaaj;
vah doosare se na ladatee,
par karatee sarapharaaj ;
naaraastee se khush nahin,
par raastee se shaadamaan;
be sabar kabhee nahin;
par saabir hai har aan .

mohabbat, paak mukaddas,
too mere dil mein aa,
ki raastee se mulabbas,
main jald ho jaoonga,
eemaan, ummed, mohabbat,
yah teen to hain manjoor;
par teenon mein mohabbat
jiyaada hai Zaroor.