The Richman and Lazrus

Luke 16:19-32

प्रभु यीशु मसीह लोगों को समझाने के लिए अक्सर दृष्टांतों में प्रचार किया करते थे कि आम आदमी भी समझ सके कि वह क्या कहना चाहता कुछ दृष्टांतों को समझने में काफी परेशानी होती है इससे पहले कि हम इस दृष्टांत पर मनन करें आइये  इस के परिपेक्ष में चलते है।

यीशु पापियों और चुंगी लेने वालों के साथ बातचीत किया करते थे और फरीसी और शास्त्री कुड़कुड़ाया कर थे और कहते थे कि यह तो पापियों के साथ उठता बैठता और खाता पीता है।

यहां मसीह यीशु एक के बाद एक कई दृष्टांत सुनाते हैं।

  • The Lost Sheep (Luke 15:3)
  • The Lost Coin (Luke 15:8)
  • The Prodigal Son (Luke 15:11)
  • The Shrewd Manager (Luke 16:1)

यहां यीशु ये बताना चाहते है कि एक पापी के मन फिराने से स्वर्ग में कितनी खुशी मनाई जाती है।

13 कोई दास दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकता: क्योंकि वह तो एक से बैर और दूसरे से प्रेम रखेगा; या एक से मिल रहेगा और दूसरे को तुच्छ जानेगा: तुम परमेश्वर और धन दोनों की सेवा नहीं कर सकते।।

14 फरीसी जो लोभी थे, ये सब बातें सुनकर उसे ठट्ठों में उड़ाने लगे।

प्रभु यीशु मसीह ने एक दृष्टांत उन्हें और समझाया। इतने दृष्टांत सुनने के बाद भी उन फरीसी और शास्त्रियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा।

धनवान और लाज़र       (Luke16:19-32)

 धनवान की कुछ विशेषताएं-

  • बैंजनी वस्त्र पहनने का मतलब ही यही है कि राजसी ठाठ बाट, उस पर मलमल भी पहनता था यह और भी धनवान होने की निशानी है।
  • प्रतिदिन सुख-विलास और धूमधाम से रहने का मतलब है कि रोज़ पार्टी, और पार्टी अकेले तो होती नहीं।
  • ताज्जुब है कि यहां धनवान के पास सब कुछ है पर नाम नहीं है। या प्रभु यीशु मसीह यहां सभी धनवानों के विषय में बात कर रहे हैं।

लाज़र की दशा

  • लाज़र के पास केवल नाम है और इसके अलावा उसके पास कुछ नहीं है।
  • कंगाल
  • घावों से भरा हुआ, बीमार
  • बेघर
  • धनवान की जूठन ही मिल जाए ऐसी इच्छा रखना
  • इतना लाचार कि उसके घावों को कुत्ते भी चाटा करते थे
  • सारे दृष्टांतों में से जो प्रभु यीशु ने कहे है उनमें से यह अकेला दृष्टांत है जिसमें प्रभु यीशु मसीह ने किसी व्यक्ति के नाम का ज़िक्र किया हो।

और ऐसा हुआ कि वह कंगाल मर गया और वह धनवान भी मरा और गाड़ा गया।

  • लाज़र अब्राहम की गोद में है या हम कह सकते है कि फिरदौस में है या स्वर्ग में है।
  • धनी व्यक्ति नर्क में पड़ा है, आग से होने वाली जलन और पीड़ा को वह महसूस कर रहा है।

वहां पड़े हुए उसने लाज़र को अब्राहम की गोद में देखा। वह चाहता है कि लाज़र अपनी उंगली का सिरा पानी में भिगोकर उसकी जीभ को ठंडा कर दे।

  1. धनवान के विषय में अनेक बार बताया गया कि इनका परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है जिसका यह जीता जागता उदाहरण है।
  2. यहां धनवान ने आंखें उठाकर देखा तो क्या देखा कि लाज़र तो अब्राहम की गोद में बैठा है।
  3. धनवान तड़प तो रहा ही था लाज़र को गोद में बैठा देख कर तो और भी जल गया होगा। ऐंह यह यहां कैसे?
  4. धनवान अब्राहम से एक बूंद पानी मांग रहा है कि उंगली का सिरा पानी में भिगो कर उसकी जीभ को ठंडा कर दो।
  5. धनवान यहां भी लाटसाहबी दिखा रहा है कि लाज़र को भेज दे। उसका स्वभाव जो पृथ्वी पर था वह बदला नहीं है।

यह आवश्यक है कि हम अपना ध्यान इस कहानी के कुछ तत्वों की ओर आकर्षित करें:

अमीर आदमी का पाप: लाजर के उद्देश्य से किसी भी दुर्व्यवहार या दुर्व्यवहार का कोई संकेत नहीं है। इब्राहीम केवल यह बताता है कि अमीर आदमी आराम से रहता था जबकि लाजर को तड़पाया गया था और अब भूमिकाएँ उलट दी गई हैं। यदि यहाँ कोई पाप है, तो यह तथ्य है कि धनी व्यक्ति ने लाजर की उपेक्षा की। वह लाजर के प्रति दुष्ट नहीं था; वह उदासीन था।

अमीर आदमी का अभिमान: यह लगभग हास्यास्पद है कि इस नई स्थिति में, अमीर आदमी अब्राहम को संबोधित करने के लिए लाजर की उपेक्षा करता है। वास्तव में, जहां तक ​​धनी व्यक्ति का संबंध है, लाजर अभी भी एक सहारा है—वह व्यक्ति जिसकी अपनी कोई एजेंसी नहीं है। वह चाहता है कि अब्राहम अपनी प्यास बुझाने के लिए लाजर को भेजे। और जब इब्राहीम मना करता है, तो वह लाजर को अपने परिवार को चेतावनी देने के लिए भेजने के लिए कहता है।

व्यवस्थाविवरण 15:7-10

7 जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसके किसी फाटक के भीतर यदि तेरे भाइयों में से कोई तेरे पास द्ररिद्र हो, तो अपने उस दरिद्र भाई के लिये न तो अपना हृदय कठोर करना, और न अपनी मुट्ठी कड़ी करना;

 8 जिस वस्तु की घटी उसको हो, उसका जितना प्रयोजन हो उतना अवश्य अपना हाथ ढीला करके उसको उधार देना।

 9 सचेत रह कि तेरे मन में ऐसी अधम चिन्ता न समाए, कि सातवां वर्ष जो छुटकारे का वर्ष है वह निकट है, और अपनी दृष्टि तू अपने उस दरिद्र भाई की ओर से क्रूर करके उसे कुछ न दे, तो यह तेरे लिये पाप ठहरेगा।

10 तू उसको अवश्य देना, और उसे देते समय तेरे मन को बुरा न लगे; क्योकि इसी बात के कारण तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे सब कामों में जिन में तू अपना हाथ लगाएगा तुझे आशीष देगा।

कहानी का नैतिक पहलू है

इब्राहीम ने उत्तर दिया, “उनके पास मूसा और भविष्यद्वक्ता हैं, वे उनकी सुनें।”

नहीं, पिता इब्राहीम,” उसने कहा, “लेकिन यदि कोई मरे हुओं में से उनके पास जाता है, तो वे पश्चाताप करेंगे।”

उसने उससे कहा, “यदि वे मूसा और भविष्यद्वक्ताओं की न सुनें, तो यदि कोई मरे हुओं में से जी भी उठा तो उसकी बात का यक़ीन न होगा” (लूका 16:29-31)

अमीर आदमी अब्राहम से अपने भाइयों को चेतावनी देने के लिए लाजर को वापस भेजने के लिए कहता है, ताकि वे एक ही भाग्य को न भुगतें, लेकिन इब्राहीम ने मना कर दिया। वह धनवान व्यक्ति से कहता है कि उनके पास चेतावनी देने के लिए मूसा और नबियों की गवाही है।

लेकिन क्या होगा अगर कोई मरे हुओं में से वापस आ जाए?

अमीर आदमी इब्राहीम के शब्दों की उपेक्षा करता है और बताता है कि यदि कोई मरे हुओं में से वापस आता है, तो उसके भाई ध्यान देंगे। इब्राहीम उस व्यक्ति से कहता है कि यदि उसके भाई मूसा और भविष्यद्वक्ताओं की बात नहीं मानने वाले हैं, तो वे किसी ऐसे व्यक्ति की ओर ध्यान नहीं देंगे, जिसे पुनरुत्थित किया गया है।

यीशु स्पष्ट रूप से इस तथ्य की ओर इशारा कर रहा है कि वह मृतकों में से जी उठेगा। और जो कुछ उसने सिखाया और कहा, वह उसकी पुष्टि होगी—परन्तु अधिकांश महायाजकों और फरीसियों के लिए नहीं।

जैसे ही उसका शरीर गायब दिखाई देता है, महायाजक पहरेदारों को यह कहते हुए भुगतान करेंगे, “तुम कहना हो, ‘उसके चेले रात में आए और जब हम सो रहे थे तो उसे चुरा लिया।यदि यह समाचार राज्यपाल को मिल जाए, तो हम उसे तृप्त करेंगे, और तुझे संकट से दूर रखेंगे” (मत्ती 28:13-14)

हम एक ऐसा ही दृश्य देखते हैं जब यीशु लाजर को मरे हुओं में से उठाता है (उसे इस दृष्टांत के नाम से भ्रमित न करें)। मसीह की शिक्षाओं की पुष्टि के रूप में किसी के मृतकों में से वापस लाए जाने के चमत्कार को देखने के बजाय, फरीसियों ने लोगों को यीशु में विश्वास करने से रोकने के लिए लाजर को मारने की योजना बनाई।

इस बीच यहूदियों की एक बड़ी भीड़ को पता चला कि यीशु वहाँ है और न केवल उसके कारण बल्कि लाजर को भी देखने आया है, जिसे उसने मरे हुओं में से जिलाया था। इसलिए महायाजकों ने भी लाजर को मारने की योजना बनाई, क्योंकि उसके कारण बहुत से यहूदी यीशु के पास जा रहे थे और उस पर विश्वास कर रहे थे (यूहन्ना 12:9-11)

इब्राहीम इस बात को कह रहा है कि जो यहूदी मूसा और भविष्यद्वक्ताओं की उपेक्षा करते हैं, वे एक चमत्कारी दूत के बहकावे में नहीं आने वाले हैं। आखिरकार, चमत्कारी दूतों के अद्भुत संदेशों पर पूरा कानून बनाया गया है।

  1. कुछ गलतफ़हमियां धनवान के ज़हन में थी।
  • अब्राहम को पिता कह के संबोधित करता है अब्राहम केवल विश्वासियों का पिता है
  • इस जीवन की स्थिति आने वाले जीवन में भी बनी रह सकती है।
  • स्वर्ग और नर्क के बीच की बड़ी खाई को पार किया जा सकता है?
  • धनवान होने के कारण विशेष आदर सत्कार मिल सकता है।
  • क्या पश्चाताप कोई चमत्कार ला सकता है।
  1. हमारी दशा किसकी तरह हैं लाज़र की तरह या धनवान की तरह। लाज़र जैसी तो बिल्कुल भी नहीं है। तो फिर धनवान जैसी है।
  2. धनवान ने न मूसा की सुनी न भविष्यद्वक्ताओ की, परन्तु हमारे पास मौका है हमें यीशु की सुननी चाहिये।
  3. यदि हमारा व्यवहार धनवान जैसा है तो हमे अभी सोचने की ज़रूरत है और हम जल्द पश्चाताप कर ले अन्यथा हमें भी वो सब झेलना पड़ेगा जो धनवान अभी भी झेल रहा होगा।
  4. धनवान कहता है कि मरे हुओं में से किसी एक को भेज दें तो मेरे भाई ईमान ले आयेंगे
  5. हमारे लिए तो मसीह मुर्दों में से जी उठा है हमें उसकी सुननी चाहिए। अभी समय है हमें कहीं देर न हो जाए।
  6. मसीह यीशु हम को भी इसी तरह की शिक्षा दी है मत्ती 25:34 46

तब राजा अपनी दहिनी ओर वालों से कहेगा, हे मेरे पिता के धन्य लोगों, आओ, उस राज्य के अधिकारी हो जाओ, जो जगत के आदि से तुम्हारे लिये तैयार किया हुआ है।

क्योंकि मैं भूखा था, मैं पियासा था, मैं परदेशी था, मैं नंगा था, मैं बीमार था, मैं बन्दीगृह में था,

तब वह बाईं ओर वालों से कहेगा, हे स्रापित लोगो, मेरे साम्हने से उस अनन्त आग में चले जाओ,

क्योंकि मैं भूखा था, मैं पियासा था, मैं परदेशी था, मैं नंगा था, मैं बीमार था, मैं बन्दीगृह में था,

मैं तुम से सच कहता हूं कि तुम ने जो इन छोटे से छोटों में से किसी एक के साथ नहीं किया, वह मेरे साथ भी नहीं किया।

46 और यह अनन्त दण्ड भोगेंगे परन्तु धर्मी अनन्त जीवन में प्रवेश करेंगे।