अब सिजदा कर यहोवा को

अब सिजदा कर यहोवा को
ऐ सारी सर जमीन;
इबादत को तुम हाजिर हो,
ऐ बंदे मोमिनीन

गीत गाते हुए हाजिर हो,
ख़ुदावन्द की दरगाह;
रब्ब जानो तुम ख़ुदावन्द को;
यहोवा है खुदा

उस ने बनाये सब इन्सान
हम कौम है ख़ुदावन्द की;
वह अपने गल्ले का चौपान;
हम भेड़ हैं गल्ले की

तुम शुक्र करते दाखिल हो
उस की दरगाहों में;
हां हाज़िर हो इबादत को,
उस की बारगाहों में

कि अपने बंदों का, बे-शक्क,
रब्ब है परवरदिगार;
ज़मानों के ज़मानों तक
है क़ौल का वफ़ादार

Ab Sijdaa kar Yahova ko

Ab Sijdaa kar Yahova ko,
ai Sari sar zameen;
Ibadat Ko Tum hazir ho,
ai Bande Momineen.

Geet Gaate Hue hazir ho,
Khudavand ki Dargah;
Rab Jano Tum Khudavand Ko;
Yahova Hai Khuda.

Uss ne banae Sab Insan.
Ham Kaum Hain khavind ki;
voh Apne galle ka chaupan;
hum Bhed hai Galle Ki.

Tum Shukra karte dakhil ho
us ki dargaahon me;
haa hazir ho Ibadat ko,
us ki baargaaho me.

Ki Apne bandon ka, be-shak,
Rab Hai parvardigaar;
Zamano ke zamano Tak
hai caul ka wafadar.